Saturday, August 14, 2010

डॉ भाई महावीर का अनुरोध

13 अगस्त 2010
मेरे प्रिय भाइयो और बहनो,
' जनरल मोहयाल सभा ' ने पिछले कुछ वर्षों में पूरी बिरादरी के लिए जो काम किए हैं उनसे पूरी बिरादरी का नाम रोशन हुआ है। ' मोहयाल मित्र' के जुलाई अंक में मोहयाल आश्रम हरिद्वार के मोहयाल मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की रिपोर्ट पढ़कर बहुत खुशी हुई। पूरे फंक्शन के फोटोग्राफ देखे। हमारी बिरादरी के इतिहास में एक और गोल्डन पेज जुड़ गया है। इसका पूरा श्रेय वर्तमान मैनेजिंग कमेटी के सदस्यों और रायज़ादा बी डी बाली की दूरदर्शिता को जाता है।
मोहयाल आश्रम हरिद्वार मोहयालों की शान बन गया है। यहाँ जो एक बार जाता है तब महसूस करता है कि 'जनरल मोहयाल सभा ' की वर्तमान मैनेजिंग कमेटी ने पूरी बिरादरी को कितना खूबसूरत तोहफा भेंट किया है।
यह जानकार और खुशी हुई कि सन् 2011 के आरम्भ में वृंदावन का मोहयाल आश्रम भी बन जाएगा। राधा-कृष्ण की पुण्य भूमि पर मोहयाल आश्रम बनाने का फैसला करके रायज़ादा बी डी बाली और उनकी टीम ने पुण्य तो कमाया ही है पूरी बिरादरी का नाम वृंदावन के इतिहास में लिखवा दिया है। आशा है यह आश्रम भी हरिद्वार आश्रम की तरह खूबसूरत बनेगा।
इन आश्रमों के लिया,लंगर-फंड के लिए,ट्रस्टों के लिए बढ़-चढ़कर धन दे रहे हैं। पता चला है कि मोहयाल आश्रम वृंदावन में कमरे बनवाने के लिए मोहयालों में धनराशि देने की होड़ लग गई है। लोकल सभाएँ भी इक्यावन -इक्यावन हज़ार रुपए दे रही हैं। आश्रम अभी बना नहीं है और मोहयाल लंगर- फंड के लिए ग्यारह -ग्यारह हज़ार रुपए दे रहे हैं।
इससे पता चलता है कि वर्तमान मैनेजिंग कमेटी और प्रेजिडेंट रायजादा बी डी बाली पर पूरी बिरादरी कितना विश्वास करती है और उनका समर्थन करती है। ऐसा स्वाभाविक भी है क्योंकि पिछले लगभग दस-बारह सालों में जो काम हुए हैं वैसे काम इससे पहले कभी नहीं हुए। क़ुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया दक्षिणी दिल्ली का सबसे महँगा एरिया है। यहाँ ' मोहयाल फौन्डेशन ' में जी एम एस सेक्रेटेरिएट है। इतनी शानदार बिल्डिंग देखकर मन खुश हो जाता है। टेक्नीकल और कंप्यूटर की एजुकेशन के लिए चलाया जा रहा ' मेरिट' इंस्टिट्यूट नए वक्त की ज़रुरत थी जिसे जी एम एस के मैनेजिंग कमेटी ने महसूस किया और इसकी शुरूआत की। नई दिल्ली के इन्द्रपुरी के मोहयाल भवन ने नया रूप ले लिया है। यहाँ बाहर से आने वाले मोहयालों के लिए गेस्ट हाऊस और शादी -ब्याह के लिए हॉल बना हुआ है।
यह जानकार खुशी होती है कि जनरल मोहयाल सभा की वर्तमान मैनेजिंग कमेटी लगातार नए -नए प्रोजेक्ट हाथ में लेती रही है और उन्हें पूरी बिरादरी के सहयोग से पूरा करती रही है। ' मोहयाल मित्तर' का हर महीने लगातार छपता है। बिरादरी की ख़बरों को एक-दूसरे तक पहुँचाने का यह सबसे लोकप्रिय साधन है। 'मोहयाल मित्र' लगातार नया रूप लेता जा रहा है। इसके द्वारा लोकल सभाओं के कामों और योजनाओं की जानकारी मिलती रहती है। 'मोहयाल मित्र'बिरादरी की धड़कन है।
..जारी

No comments: