Monday, September 28, 2009

विजय हो सत्य की / अशोक लव

समाज में सत्य और असत्य के मार्ग पर चलने वालों में युगों से संघर्ष चलता आ रहा है। व्यवहारिक रूप में हम असत्य को जीतते हुए भी देखते हैं। इससे निराशा के भाव जागृत होना स्वाभाविक है। इन भावों से मुक्ति के लिए समय-समय पर पर्व -त्योहार आते हैं । इन त्योहारों के साथ कथाएँ जुड़ी होती हैं। इनके माध्यम से प्रेरणा दी जाती है कि अंततः सत्य की विजय होती है।
भारत में शक्ति के रूप में माँ दुर्गा और आदर्श मर्यादित आचरण करने के लिए श्री राम जन-जन के आराध्य हैं। दुर्गा -पूजा और दशहरा "विजय-दशमी " के रूप में मनाये जाने वाले त्योहार हैं। महिषासुर और रावण रूपी अत्याचारियों के वध से जन-जन में व्याप्त भय और आतंक का अंत हुआ था। आज विजय -दशमी है। आज का समाज विभिन्न रूपों में भय और आतंक उत्पन्न करने वाली शक्तियों से ग्रसित है। महिषासुर बलात्कारियों और दहेज़-लोभियों आदि के अनेक रूप धारण करके नारियों पर अत्याचार कर रहे हैं। रावण गली-गली में छुट्टे घूम रहे हैं। क़ानून नाम की कोई व्यवस्था नहीं रही। राजनेता समाज के हित के लिए नहीं , स्वजन और स्वयं के हित के लिए समस्त मर्यादाओं को ताक पर रखकर येन-केन-प्रकारेण धन एकत्रित करने में जुटे हैं। सत्ता पाने और सत् में बने रहने के लिए वे किसी भी अधम कार्य को करने में संकोच नहीं करते।
विजय-दशमी के पर्व पर केवल महिषासुर और रावण के वध से हर्षित होने से समाज का रूप नहीं बदलेगा। इसके लिए समाज की महिषासुरी और रावणी शक्तिओं के विनाश की कामना भी करनी चाहिए। जन-जन के लिए राम से नेतृत्व की कामना करनी चाहिए।
आप सबको विजय-दशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।

Thursday, September 17, 2009

सबसे ज़्यादा समलैंगिक शादियाँ ब्रिटिश कोलंबिया और ओन्टारियो में

When it comes to same-sex marriage, British Columbians are among the world's most tolerant and accepting people, results of a survey suggest.

B.C. and Ontario residents ranked the highest among Canadians in overall acceptance of gay marriage, each with 66 per cent approving same-sex marriage.

And Canadians rated as more tolerant than Britons and Americans, generally.

Angus Reid spokesman Mario Canseco said attitudes to gay marriage mirror those of the U.S. civil rights movement more than 40 years ago, with young people far more open to social change.

The survey, divided by age, gender and region, was conducted online in August among 1,006 Canadians, 1,002 Americans and 2,001 Britons.

The poll's findings suggests that younger people -- aged 18 to 34 -- in all three countries were more accepting of same-sex marriages than any other groups questioned.

In Canada, 73 per cent of young Canadians, aged 18 to 34, said same-sex couples should continue to be allowed to legally marry, with seven per cent opposed. Fifty-five per cent of Canadian respondents aged 55 and older -- the oldest group surveyed -- favoured continuing the legalization of same-sex marriage.

While 42 per cent of young Americans favoured allowing same-sex marriage, only 24 per cent of those in the oldest group surveyed favoured the idea. In the southern U.S. states, 26 per cent of respondents agreed with the phrase "same-sex couples should be allowed to legally marry," while 47 per cent stated couples of the same gender shouldn't get any legal recognition.

Canseco said the poll results were "strikingly similar" to attitudes in the U.S. in the 1960s, when African-Americans fought for equal footing in law and at the polls. While older U.S. citizens embraced the status quo during the civil rights movement, "younger Americans at the time were saying, 'this doesn't make sense,' " he said.

In Britain, acceptance of same-sex marriage was strongest in regions with large urban areas. Forty-three per cent of London respondents approved of gay marriages, while 46 per cent of respondents in Scotland stated gays should be allowed to marry.

In the U.S., the highest approval numbers, at 44 per cent in favour of gay unions, came from the northeast region, which includes urban centres such as Boston, New York and centres in New Jersey.

फिल्में हिन्दी नाम इंग्लिश : वाह रे इंग्लिश मोह !

बॉलीवुड में बन रही देशी फिल्मों को अंग्रेजी शीर्षक देने की एक नई धारा चल पड़ी है। ऐसी कई फिल्में हैं जो देशी संस्कृति में पगी हैं लेकिन उनकी पहचान यानी कि उनका नाम विदेशी है। ऐसी ही आने वाली कुछ फिल्में हैं वांटेड, ऑल द बेस्ट, जेल और काइट फिल्मों को अंग्रेजी शीर्षक देने के पीछे कुछ फिल्मकार इसे पटकथा की मांग कहते हैं तो कुछ का मानना है कि अंग्रेजी नाम फिल्मों को वैश्विक बाजार में स्थापित करने में मदद करते हैं।

कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके फिल्मकार मधुर भंडारकर की ज्यादातर फिल्मों के शीर्षक अंग्रेजी में हैं। फिर चाहे वह पेज 3 फिल्म हो या कारपोरेट, ट्रैफिक सिग्नल और फैशन जैसी फिल्में। भंडारकर अंग्रेजी नाम चुनने की वजह पटकथा की मांग बताते हैं।

भंडारकर ने कहा, अंग्रेजी नाम चुनने के पीछे कोई खास वजह नहीं है। ऐसा सिर्फ पटकथा की मांग की वजह से है। मुझे लगता है कि पेज 3 को इससे बेहतर और कोई नाम नहीं दिया जा सकता था क्योंकि यह फिल्म समाज के उच्चवर्गीय लोगों की जिंदगी पर आधारित है।

बॉलीवुड फिल्मों का बाजार अमेरिका, ब्रिटेन और मध्य एशिया के अलावा जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, इजरायल, तुर्की, जापान, दक्षिण अमेरिका, दक्षिण कोरिया और चीन में भी विस्तार ले रहा है। बढ़ते विदेशी बाजार को देखते हुए फिल्मों को अंग्रेजी नाम दिए जा रहे हैं।

भंडारकर कहते हैं, फिल्म का शीर्षक ही फिल्म का आधार होता है और दर्शकों के बीच फिल्म के पहुंचने का जरिया होता है। लोग फिल्म तभी देखते हैं जब शीर्षक उन्हें आकर्षित करता है।

रितिक रौशन की आने वाली बहुचर्चित रोमांचक फिल्म का भी शीर्षक अंग्रेजी है। यह फिल्म है काइट्स। देशी स्वाद की मुन्नाभाई फिल्में बना चुके राजकुमार हीरानी ने भी आमिर खान और करीना कपूर अभिनीत अपनी अगली फिल्म के लिए अंग्रेजी शीर्षक थ्री इडियट्स चुना है।

अवैध भारतीय प्रवासियों को इटली सरकार पासपोर्ट देगी




वर्षों से इटली में बिना पर्याप्त अनुमति के रह रहे भारतीय प्रवासियों को अब इटली का पासपोर्ट मिल सकेगा. इटली सरकार ने एक क्षमादान योजना के तहत इन लोगों को पासपोर्ट देने की घोषणा की है.


इस योजना के तहत जिन भारतीय प्रवासियों के पास इटली का पासपोर्ट नहीं है....या खो गया है...या फिर उसकी अवधि समाप्त हो गई...ये लोग नया पासपोर्ट प्राथमिकता के आधार पर प्राप्त कर सकेंगे.

विदेश राज्य मंत्री के प्रमुख सचिव के.ए.पी. सिन्हा ने पटियाला में कहा कि ये योजना महीने के अंत तक ही लागू रहेगी.

भारतीय राज्य पंजाब के करीब ४० हजार लोगों को इटली सरकार की इस योजना का लाभ मिलने की उम्मीद है...जो बिना पर्याप्त अनुमति के इटली में काम कर रहे हैं.


Wednesday, September 16, 2009

एक्वेरियम : शुभ है घर और व्यापर के लिए

घर के लिए शुभ है एक्वेरियम


घर के लिए शुभ है एक्वेरियम

अपने घर को व्यवस्थित करते समय हर गृहिणी की यही इच्छा होती है कि उसका घर सबसे अलग और सुंदर दिखाई दे। घर की आंतरिक सज्जा के लिए आजकल जिन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, उनमें से एक्वेरियम भी एक है। अगर घर में एक्वेरियम रखते समय आप वास्तुशास्त्र के मूलभूत सिद्धांतों का ध्यान रखें तो इससे आपके परिवार की सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी:

1. यदि आप अपने परिवार की आर्थिक समृद्धि चाहती हैं तो घर की उत्तर दिशा में एक्वेरियम रखें।

2. बच्चों में अच्छे संस्कार, पढाई व करियर में सुधार के लिए घर की पूर्वोत्तर दिशा में एक्वेरियम लगाएं।

3. एक्वेरियम को हमेशा ड्राइंग रूम, लॉबी या किसी ऐसी जगह पर रखना चाहिए कि बाहर से घर के भीतर प्रवेश करते समय सबसे पहले वही दिखाई दे।

4. अपने बेडरूम में कभी भी एक्वेरियम न रखें, इससे मानसिक अस्थिरता और नींद में बाधा आ सकती है।

5. एक्वेरियम में कम से कम नौ मछलियां होनी चाहिए, इनमें आठ गोल्ड फिश एवं एक काली मछली रखनी चाहिए। काली मछली को मास्टर फिश भी कहा जाता है, जो एक्वेरियम के जल को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

6. चाइनीज वास्तुशास्त्र अर्थात फेंगशुई की मान्यता के अनुसार यदि किसी कारणवश एक्वेरियम में कोई मछली मर जाती है तो यह समझना चाहिए कि वह हमारे किसी दुर्भाग्य को अपने साथ ले गई।

7. कुछ लोग एक्वेरियम में कछुआ भी रखते हैं। इसमें कोई हर्ज नहीं है। केवल यह ध्यान रखें कि कछुआ ज्यादा बडा न हो अन्यथा वह मछलियों के रहने के स्थान एवं उनके भोजन के एक बडे हिस्से पर कब्जा कर लेगा और इससे मछलियां असहज रहेंगी। इतना ही नहीं बडा कछुआ कभी-कभी छोटी मछलियों को आघात भी पहुंचा सकता है। अत: कछुए के बडे होने पर उसे किसी नदी या तालाब में छोड देना चाहिए।

8. कभी-कभी मछलियों में से भी कोई एक बडी मछली छोटी मछलियों के प्रति हिंसक हो जाती है। ऐसी मछली को भी नदी आदि में छोड देना चाहिए व उसके स्थान पर एक नई मछली एक्वेरियम में डाल देनी चाहिए।

9. यदि किसी कारण से आपको लंबे समय के लिए घर से बाहर जाना हो तो एक्वेरियम में पालक की एक-दो पत्तियां उबाल कर डाल देनी चाहिए। इससे उन्हें उनकी खुराक मिलती रहेगी।

10. एक्वेरियम का पानी गंदा हो जाने पर तुरंत बदलने की व्यवस्था जरूर करें। वास्तु के अनुसार घर के किसी भी हिस्से में गंदा पानी अशुभ माना जाता है।

11. बदलते मौसम जैसे अत्यधिक ग्रीष्म या कडाके की सर्दी के दिनों में एक्वेरियम में जल का तापमान सामान्य बनाए रखने के लिए उचित प्रबंधन करना चाहिए।

12. हिंदू धर्म की मान्यता में मछली को मत्स्य अवतार की संज्ञा दी गई है जो कि भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक है। इस दृष्टिकोण से भी मछली को बहुत शुभ माना जाता है।

13. यात्रा के लिए घर से चलते समय जल से भरे पात्र में रखी मछलियों का दर्शन शुभ माना जाता है।

14. ध्यान रखें कि जहां भी एक्वेरियम रखा जाता है उसके आसपास तीव्र विद्युत चुंबकीय किरणों के उत्सर्जन करने वाले यंत्र जैसे टीवी, मोबाइल चार्जर, स्टेबलाइजर, स्टीरियो सिस्टम, यूपीएस आदि न रखें। वरना इससे मछलियों की मृत्यु दर में वृद्धि हो सकती है।

15. सुबह सोकर उठने के बाद परिवार के सभी सदस्यों को सबसे पहले एक्वेरियम में रखी मछलियों को देखना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है व दिन भर के कार्यो में सफलता मिलती है।

16. एक्वेरियम को कभी भी दक्षिणी, दक्षिण-पूर्वी, दक्षिण-पश्चिम एवं पश्चिम-उत्तर की दिशाओं में नहीं रखना चाहिए।

17. आपके पास एक्वेरियम रखने की जगह नहीं है तो विकल्प के रूप में आजकल बाजार में क्रिस्टल या शीशे की बनी डॉल्फिन या जंपिंग फिश की आकृतियां भी उपलब्ध हैं। इनके शो-पीस को भी आप अपने ड्राइंग रूम, लॉबी, स्टडी या लाइब्रेरी आदि की उत्तर दिशा में रख सकती हैं।

18. ध्यान दें कि घर में बिना मछली का खाली पडा एक्वेरियम सूनेपन और उदासी का द्योतक है। ऐसा बेकार या खाली एक्वेरियम अपने घर या व्यावसायिक परिसर में कभी न रखें।

समलैंगिकता पर सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]- समलैंगिकता को कानूनी ठहराने वाले दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नाज फाउंडेशन को नोटिस जारी किया है.न्यायमूर्ति बी.एन. अग्रवाल की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को आयोग की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेंद्र शरण की दलीलें सुनीं। इसके बाद फाउंडेशन अन्य प्रतिवादियों को नोटिस जारी करते हुए याचिका को पहले से इसी मसले पर लंबित अन्य याचिकाओं के साथ संलग्न करने का निर्देश दिया। इससे पहले शरण ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि इससे बच्चों के अधिकार प्रभावित होंगे।

आयोग की ओर से दाखिल याचिका में हाईकोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए कहा गया है कि समलैंगिकता को अपराध ठहराने वाली धारा 377 में दी गई ढिलाई और एकांत में दो बालिगों के बीच सहमति से बनाये गए समलैंगिक संबंधों को कानूनी ठहराने से बढ़ते बच्चों के मन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस पहलू पर हाईकोर्ट ने विचार नहीं किया है। इससे सामाजिक वर्जनाएं टूटेंगी और भारतीय संस्कृति प्रभावित होगी। यही नहीं, हाईकोर्ट ने समलैंगिक जोड़े की शादी या उनके बच्चा गोद लेने के सामाजिक परिणामों पर भी विचार नहीं किया है। उस बच्चे के सामने पहचान का संकट खड़ा हो सकता है।आयोग ने कहा है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने विभिन्न देशों में समलैंगिकता को कानूनी मान्यता दिए जाने को फैसले का आधार बनाया है, लेकिन बहुत कम देश ऐसे हैं जहां इसे कानूनी मान्यता दी गई है। वैसे भी दूसरे देश की संस्कृति उधार लेते समय अपने देश के सांस्कृतिक परिवेश और मूल्यों को समझा जाना चाहिए।आयोग का कहना है कि और भी बहुत से काम हैं जो सम्मति से होते हैं, लेकिन कानून की नजर में वे अपराध हैं, जैसे- दहेज का लेनदेन आदि। आयोग ने फैसले के विरोध के वैज्ञानिक आधार भी दिए हैं और कहा है कि समलैंगिकता का व्यक्ति के व्यवहार पर आगे चल कर बुरा प्रभाव पड़ता है। अध्ययनों से पता चला है कि इसका बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

आस्ट्रेलिया में फिर पिटे ३ भारतीय

  • १५ सितम्बर २००९-After a brief lull in attacks on Indians in Australia, two students and their uncle were "brutally bashed" by a group of around 70 youth while playing here.

26-year-old Sukhdip Singh, his brother Gurdeep Singh and uncle Mukhtair Singh were attacked by the group when they were playing pool in the eastern suburb of Epping on Saturday.

"At around 11'o clock my brother-in-law Sukhdip was playing pool along with few family members when they were attacked by around 70 locals who were attending a party," the victim's relative Onkar Singh told PTI.

"They were quitely playing and were trying to avoid trouble even after these locals were trying to provoke them by passing comments," he said.

The group started telling them to go back to their country. "When they reached the car park to leave the place a huge crowd attacked them and started bashing. The attackers were in their teens and around twenties," he said.

Onkar claimed police have informed him that six of the 70 attackers have been arrested.

The attacks come a month after Australian government assured External Affairs Minister SM Krishna, during his visit here, that Indian students will be protected. Around 30 Indian students were attacked in various cities from June to August.

ढाका-दिल्ली-लाहौर ट्रेन सेवा



अमेरिका ने भारत के दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय रेल सेवा शुरू करने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. अमेरिका ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रेल सेवा शुरू होने से इन देशों के नागरिकों के बीच दूरियां कम होंगी.

भारत के दक्षिण एशियाई रेल सेवा के प्रस्ताव को पाकिस्तान के रेल मंत्रालय ने तकनीकी स्वीकृति दे दी है और अब इस प्रस्ताव को विदेश और वाणिज्य मंत्रालय के पास मंजूरी के लिये भेजा गया है.

विदेश विभाग के प्रवक्ता इयान केली ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के लोगों के बीच संपर्क और व्यापार बढ़ाने वाली इस पहल का अमेरिका समर्थन करता है."

हारवर्ड में महाभारत की पढ़ाई

[insert caption here]
A scene from Mahabharat TV Serial
संस्कृत में भर्तहरि की पंक्तियों को न्यू यार्क के नाइट क्लब में गाने वाले फिन्नियन हार्वर्ड विश्विद्यालय से संस्कृत में पीएचडी कर रहे हैं और कुछ संस्कृत प्रेमी और विद्वानों के साथ हर रोज़ महाभारत पढ़ते हैं. हार्वर्ड की वाइडनर लाइब्रेरी के इस संस्कृत कमरे में किताबें भरी हुईं हैं और इसमें बनारस से संस्कृत की शिक्षा ले कर हार्वर्ड आये टॉम बर्क का बड़ा योगदान है.

सूज़न, पाणिनि के व्याकरण के साथ साथ वैदिक संस्कृत भी पढ़ चुकी हैं और महाभारत की सारी पान्डुलिपियों को ऑनलाइन उपलब्ध करना चाहती हैं .सभी साथी साथ मिल कर अनुवाद करते करते कई बार एक दूसरे से सहमत तो होते हैं लेकिन कई बार ऐसा भी होता है की युधिष्ठिर की स्वर्ग जाने वाली यात्रा पर देर तक चर्चा होती रह जाती है ..

अमेरिका में मंदी का दौर ख़त्म हो रहा है





Federal Reserve Chairman Ben Bernanke speaking in Washington on the September 2008 financial crisis, 15 Sep 2009
Federal Reserve Chairman Ben Bernanke speaking in Washington on the September 2008 financial crisis, 15 Sep 2009
अमरीका के केन्द्रीय बैंक के प्रमुख ने कहा है कि आर्थिक मंदी का दौर लगभग समाप्त हो गया है लेकिन साथ ही यह चेतावनी दी की कई अमेरिकियों को सुधरते आर्थिक माहौल का एहसास होने में अभी वक़्त लगेगा.

केन्द्रीय बैंक के प्रमुख बेन बर्नान्के ने मंगलवार को कहा कि नए आकंडे यह बता रहे है की अमेरिकी अर्थव्यवस्था सुधार के रास्ते पर है, अर्थव्यवस्था में वृद्धि हो रही है और अगले साल भी यह चढाव कायम रहेगा.

साथ ही उन्होंने कहा की वह जानकारों के इस बात से सहमत है की अर्थव्यवस्था सुधर जरूर रही है लेकिन बेरोजगारी कम होने और नयी नौकरियां उपलब्ध होने में और समय लगेगा.

लेकिन बर्नान्के की इस राय से कुछ अमेरिकी अधिकारी सहमत नहीं है.
US Treasury Secretary Timothy Geithner talks during a news conference following the G20 finance minister's summit in central London, 05 Sep 2009
US Treasury Secretary Timothy Geithner


अमरीका के वित्त मंत्री टिमथी गाइटनर ने ए बी सी टेलिविज़न के एक कार्यक्रम में कहा की प्रशासन तब तक संतुष्ट नहीं होगा जब तक अमेरिका में बेरोजगारों को नौकरियां नहीं मिलती, तब ही यह कहना उचित होगा की मंदी का दौर पूरी तरह से समाप्त हुआ है. गाइटनर ने आगे कहा कि फिलहाल हम ऐसा कहने से काफी दूर है.

अमेरिका में बेरोजगारी का स्तर पिछले २६ वर्षों में सबसे अधिक हो गया है, अब यह स्तर ९ प्रतीषद के उपर पहुँच गया है और जानकर मानते है की ठीक होने से पहले यह स्तर १० प्रतीषद को पार कर सकता है.

Tuesday, September 15, 2009

न सबूत न गवाह / अशोक लव

एक ही बस्ती की पचासों लड़कियों के अपहरण , बलात्कार और उनकी हत्याओं ने समाचार-पत्र रंग दिए। दसियों लड़कियों के शव , वस्त्र और अवशेष मिले तो घर-घर में आंतक गया। क्या छोटे,क्या बड़े ,क्या अमीर.क्या गरीब, सब अपराधियों को बीच चौराहे फाँसी पर चढ़ा की बातें करने लगे। संसद में गरमागरम बहसें छिड़ गईं
पुलिस के उच्चाधिकारी और अपराधी सौदेबाज़ी कर रहे थे
डी सी पी ने कहा , ' सतविंदर , तू चिंता मत कर। त्र तो बाल भी बांका होगा। मैं तुम्हें साफ़ बच्चा ले जाऊँगा। कोर्ट सबूतों के आधार ही तो फ़ैसला करेगा। सबूत होंगे , गवाह। मुकद्दमा चलते-चलते दस साल लग जायेंगे लोगों को याद ही नहीं रहेगा। दस सालों में दुनिया बदल जाएगी हाँ बता, कितने खर्च करेगा ?'
सतविंदर ने चैन की साँस ली। जेल में वह पहली बार मुस्कराया फिर ज़ोर का ठहाका लगाया। खुशी में वह कुर्सी से उछल पड़ा डी सी पी की और हाथ बढ़ाया , ' यार डी सी पी तू अपने मुँह से कह दे। जितने करोड़ कहेगा उतने में सौदा पक्का। '
जेल की चारदीवारी के बाहर मृतक बालिकाओं के माता-पता और परिजनों का रुदन आसमान फाड़े जा रहा था।
चारदीवारी के भीतर सब निर्णय हो गए थे। *
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* पुस्तक - खिड़कियों पर टंगे लोग ( लघुकथा - संग्रह , संपादक- अशोक लव , वर्ष २००९ ) से
* @ कॉपीराइट सुरक्षित।

Saturday, September 12, 2009

शरीर पर तिल होने का फल


माथे पर---------बलवान हो

ठुड्डी पर--------स्त्री से प्रेम न रहे दोनों बांहों के बीच--यात्रा होती रहे

दाहिनी आंख पर----स्त्री से प्रेम

बायीं आंख पर-----स्त्री से कलह रहे

दाहिनी गाल पर-----धनवान हो

बायीं गाल पर------खर्च बढता जाए

होंठ पर----------विषय-वासना में रत रहे

कान पर----------अल्पायु हो

गर्दन पर----------आराम मिले

दाहिनी भुजा पर-----मान-प्रतिष्ठा मिले

बाईं भुजा पर------झगडालू होना

नाक पर----------यात्रा होती रहे

दाहिनी छाती पर-----स्त्री से प्रेम रहे

बायीं छाती पर------स्त्री से झगडा होना

कमर में-----------आयु परेशानी से गुजरे

दोनों छाती के बीच----जीवन सुखी रहे

पेट पर----------उत्तम भोजन का इच्छुक

पीठ पर---------प्राय: यात्रा में रहा करे

दाहिने हथेली पर------बलवान हो

बायीं हथेली पर------खूब खर्च करे

दाहिने हाथ की पीठ पर--धनवान हो

बाएं हाथ की पीठ पर---कम खर्च करे

दाहिने पैर में---------बुद्धिमान हो

बाएं पैर में----------खर्च अधिक हो

Friday, September 11, 2009

अक्टूबर के व्रत-त्योहार

अक्टूबर सन् 2009

1 अक्टूबर: प्रदोष व्रत, रक्तदान दिवस, व्यतिपात महापात देर रात 3.26 से

2 अक्टूबर: गाँधी एवं शास्त्री जयंती, व्यतिपात महापात प्रात: 7.40 तक

3 अक्टूबर: शरद् पूर्णिमा व्रतोत्सव, सत्यनारायण पूजा-कथा, कोजागरी, लक्ष्मी-पूजा (बंगाल), महारास पूर्णिमा (ब्रज), कुमार पूर्णिमा (उडीसा), पीर मत्स्येन्द्रनाथ उत्सव (उज्जैन), श्रीबाँकेबिहारी द्वारा मोर-मुकुट और कटि-काछनी तथा वंशी को धारण करना (वृंदावन), पाक्षिक प्रतिक्रमण (श्वेत. जैन), Succoth-First day of Tabernacles (Jewish)

4 अक्टूबर: स्नान-दान की आश्विनी पूर्णिमा, महर्षि वाल्मीकि जयंती, कार्तिक स्नान-नियमादि प्रारम्भ, ब्रज-परिक्रमा शुरू, डाकोर-मेला (गुजरात), लवंग पुनिम (जम्मू-कश्मीर), आकाश दीप-दान शुरू, अग्र महाकुम्भ (अग्रोहा)

5 अक्टूबर: दामोदर मास प्रारंभ, कार्तिक में दाल त्याग दें, अशून्य शयन व्रत

7 अक्टूबर: संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत, करवाचौथ व्रत, उर्स अमीर खुसरो

8 अक्टूबर: दशरथ चतुर्थी, वायुसेना दिवस, अवतार मेहेर बाबा जयंती

9 अक्टूबर: स्कन्द षष्ठी व्रत, कोकिला पंचमी (जैन), रोहिणी व्रत (दिग. जैन)

11 अक्टूबर: कालाष्टमी, अहोई अष्टमी व्रत, दाम्पत्याष्टमी, श्रीराधाकुण्ड-स्नान (मथुरा), कराष्टमी, बहुला अष्टमी, जयप्रकाश नारायण जयंती, Last day of Succoth-Simhath Torah (Jewish) 12 अक्टूबर: डॉ. राममनोहर लोहिया स्मृति दिवस, पुष्य नक्षत्र-मुहू‌र्त्त

14 अक्टूबर: रमा एकादशी व्रत, वैधृति महापात दिन 1.35 से सायं 5.40 तक

15 अक्टूबर: गोवत्स द्वादशी, प्रदोष व्रत, धनत्रयोदशी (धनतेरस), धन्वन्तरि जयंती, यमपंचक प्रारम्भ, कामेश्वरी जयंती, गोत्रिरात्र प्रारम्भ, वसु द्वादशी व्रत

16 अक्टूबर: मासिक शिवरात्रि व्रत, नरकहरा चतुर्दशी (नरका चौदस), काली चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी, यम-तर्पण, श्रीहनुमान जयंती व्रतोत्सव (हनुमानगढी-अयोध्या), धूमावती जयंती (तांत्रिक पंचांगानुसार)

17 अक्टूबर: दीपावली महोत्सव, श्रीगणेश-लक्ष्मी की स्थापना एवं पूजा, कुबेर-पूजन, अ‌र्द्धरात्रि में काली (श्यामा) पूजा, कमला महाविद्या जयंती, सुखरात्रि-जागरण, गौरी-केदार व्रत, अभ्यंग स्नान, पितृ-श्राद्ध की अमावस, महावीर स्वामी निर्वाणोत्सव (जैन), स्वामी रामतीर्थ जन्म एवं पुण्यतिथि, स्वामी दयानंद स्मृति दिवस, कौमुदी दीपम् (द.भा.), सूर्य की तुला-संक्रान्ति मध्याह्न 11.20 बजे, पुण्यकाल प्रात: 7.20 से अपराह्न 3.20 तक, गोदावरी में स्नान-दान, शनैश्चरी अमावस्या, पाक्षिक प्रतिक्रमण (श्वेत. जैन), गोत्रिरात्र पूर्ण

18 अक्टूबर: अन्नकूट महोत्सव, गोव‌र्द्धन-पूजा, बलि-पूजन, सायं गो-क्रीडा, गो-संवर्धन सप्ताह प्रारम्भ, द्यूत-क्रीडा, स्नान-दान की अमावस्या

19 अक्टूबर: नवीन चन्द्र-दर्शन, अपराह्नव्यापिनी द्वितीया में भ्रातृ द्वितीया (भैय्यादूज), यमद्वितीया-स्नान (मथुरा), चित्रगुप्त-पूजा, विश्वकर्मा-पूजन, महावीर निर्वाण सम्वत् 2536 प्रारम्भ, नेपाली सम्वत् 1130 प्रारम्भ, गुजराती नवसम्वत्सर 2066 प्रारम्भ, यमपंचक समाप्त, श्रीमहाकाल की सवारी (उज्जैन)

20 अक्टूबर: भ्रातृ द्वितीया (मतांतर से), आचार्य श्रीतुलसी जन्मदिवस (जैन)

21 अक्टूबर: वरदविनायक चतुर्थी व्रत

22 अक्टूबर: तीन दिन का सूर्यषष्ठी व्रत प्रारम्भ, छठ पूजा शुरू-नहाय खाय

23 अक्टूबर: सौभाग्य-लाभ पंचमी, ज्ञान पंचमी (जैन), छठ का खरना, सूर्य सायन वृश्चिक राशि में मध्याह्न 12.14 बजे, सौर हेमन्त ऋतु प्रारम्भ

24 अक्टूबर: सूर्यषष्ठी व्रत-छठपूजा (बिहार, झारखण्ड), प्रतिहारषष्ठी व्रत (मिथिलांचल), डाला छठ (काशी), स्कन्द (कुमार) षष्ठी व्रत

25 अक्टूबर: षष्ठी व्रत का पारण, भानु सप्तमी (सूर्यग्रहणतुल्य), जगद्धात्री पूजा तीन दिन (बंगाल), सहस्त्रार्जुन जयंती, जैन चौमासी अट्ठाई प्रारम्भ, संत जलाराम बप्पा जयंती, सामापूजा प्रारम्भ (मिथिला)

26 अक्टूबर: श्रीदुर्गाष्टमी, श्रीअन्नपूर्णाष्टमी व्रत, गोपाष्टमी-गोपूजा एवं श्रृंगार, गो-संवर्धन सप्ताह पूर्ण, गोपाल अष्टमी (जम्मू-कश्मीर), श्रीमहाकाल की सवारी (उज्जैन)

27 अक्टूबर: अक्षयनवमी व्रत, आँवला नवमी, मथुरा-वृंदावन परिक्रमा, सत्ययुगादि तिथि, कूष्माण्ड नवमी, अनला नवमी (उडीसा), विष्णुत्रिरात्र प्रारम्भ, श्रीहंस भगवान एवं सनकादि जयंती, सर्वेश्वर प्रभु का प्राकट्योत्सव (निम्बार्क), वेद-संस्थापना दिवस, अयोध्या-परिक्रमा, व्यतिपात महापात दोपहर 2.02 से सायं 7.04 तक

28 अक्टूबर: आशा दशमी, कंस-वध लीला (मथुरा)

29 अक्टूबर: श्रीहरि-प्रबोधिनी एकादशी व्रत, देवोत्थान उत्सव, विष्णुत्रिरात्र पूर्ण, ईख रस-प्राशन, चातुर्मास व्रत-नियम समाप्त, भीष्मपंचक प्रारम्भ, तुलसी-विवाहोत्सव शुरू, संत नामदेव जयंती, कालीदास जयंती, सोनपुर मेला शुरू (बिहार), तीन वन-परिक्रमा (ब्रजमण्डल)

30 अक्टूबर: तिथिवासर प्रात: 7.48 तक, दामोदर द्वादशी, श्यामबाबा द्वादशी-ज्योति, मेला खाटूश्याम (राजस्थान), गरुड द्वादशी (उडीसा), चातुर्मास व्रत का पारण

31 अक्टूबर: शनि-प्रदोष व्रत (पुत्रार्थियों के लिए), सरदार पटेल जयंती, श्रीराधावल्लभलाल का पाटोत्सव (वृंदावन), Halloween (Christian)

सितम्बर के त्योहार आदि

सितम्बर सन् 2009
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1 सितम्बर: भौम-प्रदोष व्रत (ऋण-मोचन हेतु), वामन द्वादशी व्रत, वामनावतार जयंती, विजया द्वादशी, श्यामबाबा द्वादशी-ज्योति, भुवनेश्वरी महाविद्या जयंती, इन्द्र-पूजा प्रारम्भ (मिथिलांचल), पयोव्रत प्रारम्भ, कदली व्रत, कल्कि द्वादशी, द्वादशी व्रत (जैन)

2 सितम्बर: गोत्रिरात्र व्रत प्रारम्भ, ओणम पर्व (केरल, तमिलनाडु), मटकीफोड-लीला (बरसाना-मथुरा), वितस्ता त्रयोदशी (जम्मू-कश्मीर), 3 दिन रत्नत्रय व्रत (दिग. जैन), आचार्य भिक्षु निर्वाण दिवस (जैन)

3 सितम्बर: अनन्तचतुर्दशी व्रत-मध्याह्न में अनन्त भगवान का पूजन और अनन्तसूत्र बाँधना, अनन्तनाग-यात्रा (कश्मीर), पार्थिव गणेश-विसर्जन, पाक्षिक प्रतिक्रमण (श्वेत. जैन), पर्युषण पर्व पूर्ण (दिग. जैन), शरद्पूर्णिमा तक रामनगर की रामलीला (वाराणसी)

4 सितम्बर: स्नान-दान-व्रत की भाद्रपदी पूर्णिमा, महालया प्रारम्भ, पूर्णिमा का श्राद्ध, प्रौष्ठपदी श्राद्ध, उमा-महेश्वर व्रत, लोकपाल-पूजन, गोत्रिरात्र पूर्ण, भागवत सप्ताह समाप्त, अम्बाजी का मेला (गुजरात), संन्यासियों का चातुर्मास पूर्ण, संध्या पूजा प्रारम्भ, सत्यनारायण पूजा-कथा, क्षमावाणी पर्व (दिग. जैन)

5 सितम्बर: पितृपक्ष प्रारम्भ, प्रतिपदा (परीवा) का श्राद्ध, आश्विन में दूध को त्यागें, मदर टेरेसा स्मृति दिवस, शिक्षक दिवस, फसली सन् 1417 शुरू, षोडशकारण-मुष्ठिविधान समाप्त (दिग. जैन)

6 सितम्बर: द्वितीय (दूज) का श्राद्ध, अशून्य शयन व्रत, व्यतिपात महापात दोपहर 3.09 से सायं 7.24 तक

7 सितम्बर: तृतीया (तीज) का श्राद्ध, वृहद्गौरी व्रत

8 सितम्बर: संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत, अंगारकी चतुर्थी, चतुर्थी (चौथ) का श्राद्ध

9 सितम्बर: पंचमी का श्राद्ध, भरणी श्राद्ध, कोकिला पंचमी (जैन), श्रीमाधवदेव तिथि (असम)

10 सितम्बर: षष्ठी (छठ) का श्राद्ध, चन्द्रषष्ठी व्रत, कपिलाषष्ठी

11 सितम्बर: सप्तमी का श्राद्ध, चन्द्रोदय-व्यापिनी अष्टमी में महालक्ष्मी व्रत का समापन, विनोबा भावे जयंती, अ‌र्द्धरात्रिव्यापिनी अष्टमी में काली-जयंती (मतांतर से), ओठगन (मिथिलांचल), साहिब सप्तमी (जम्मू-कश्मीर), रोहिणी व्रत (दिग. जैन), शहादत-ए-हजरत अली (मुस.)

12 सितम्बर: अष्टमी का श्राद्ध, गयामध्याष्टमी, जीवित्पुत्रिका (जीउतिया) व्रत- जीमूतवाहन पूजन, कालाष्टमी, इबादत रात (मुस.)

13 सितम्बर: नवमी (नौमी) का श्राद्ध, मातृनवमी, सुहागिनों का श्राद्ध

14 सितम्बर: दशमी का श्राद्ध दोपहर 2.20 से पूर्व, एकादशी (ग्यारस) का श्राद्ध दोपहर 2.20 के बाद, हिन्दी दिवस

15 सितम्बर: इन्दिरा एकादशी व्रत, द्वादशी (बारस) का श्राद्ध, संन्यासियों-यति-वैष्णवों का श्राद्ध

16 सितम्बर: त्रयोदशी (तेरस) का श्राद्ध, प्रदोष व्रत, सूर्य की कन्या-संक्रान्ति रात्रि 11.23 बजे, पुण्यकाल सायं 4.59 से सूर्यास्त तक, गोदावरी में स्नान-दान, संकल्प में प्रयोजनीय शरद् ऋतु प्रारम्भ, शब-ए-कद्र (मुस.), आचार्य श्रीरामशर्मा जयंती

17 सितम्बर: दुर्मरण श्राद्ध- शस्त्र, विष, अग्नि, जल, दुर्घटना से मरे व्यक्ति का श्राद्ध, चतुर्दशी (चौदस) का श्राद्ध अमावस्या में किया जाना शास्त्रोचित, मासिक शिवरात्रि व्रत, मघा श्राद्ध, विश्वकर्मा-पूजा, पाक्षिक प्रतिक्रमण (श्वेत. जैन)

18 सितम्बर: स्नान-दान श्राद्ध की आश्विनी अमावस्या, पितृविसर्जनी अमावस, सर्वपितृ-श्राद्ध, अज्ञात मरणतिथि वालों का श्राद्ध, आज अमावस्या एवं पूर्णिमा का श्राद्ध शास्त्रोचित, महालया समाप्त, पितृामावसी (जम्मू-कश्मीर), जुमातुल विदा (मुस.), वैधृति महापात सायं 7.45 से रात्रि 11.34 तक, मेघमाला व्रत पूर्ण (जैन)

19 सितम्बर: शारदीय नवरात्र प्रारम्भ, कलश (घट) स्थापना, महाराज अग्रसेन जयंती, नाती द्वारा नाना-नानी का श्राद्ध,Rosh Hashanah-Jewish New Year Day (5770)

20 सितम्बर: नवीन चन्द्र-दर्शन, ईद का चाँद, रेमन्त-पूजन (मिथिलांचल)

21 सितम्बर: सिन्दूर तृतीया, ईदुल फितर (मुस.)

22 सितम्बर: वरदविनायक चतुर्थी व्रत, भौमवती (अंगारकी) चतुर्थी, माना चतुर्थी (बंगाल, उडीसा), रथोत्सव चतुर्थी, सूर्य सायन तुला राशि में रात्रि 2.50 बजे, शरद सम्पात्-सूर्य का दक्षिण गोल में प्रवेश, महाविषुव दिवस

23 सितम्बर: ललिता पंचमी, उपांग ललिता व्रत, नक्तपंचमी (उडीसा)

24 सितम्बर: तपषष्ठी (उडीसा), शारदीय दुर्गापूजा की बिल्वाभिमंत्रण षष्ठी- सायं बोधन, कुमार (स्कन्द) षष्ठी व्रत, गजगौरी व्रत

25 सितम्बर: महासप्तमी व्रत, शारदीय दुर्गा-पूजा प्रारम्भ (बंगाल), सरस्वती (देवी) का आवाहन, महालक्ष्मी-पूजन, पत्रिका-प्रवेश, दीनदयाल उपाध्याय जयंती, नवपद ओली प्रारम्भ (श्वेत. जैन)

26 सितम्बर: श्रीदुर्गाष्टमी महापूजा, महाष्टमी व्रत, श्रीअन्नपूर्णाष्टमी व्रत एवं परिक्रमा (काशी), भद्रकाली अष्टमी, महानिशा-सन्धि पूजा, सरस्वती (देवी) का पूजन

27 सितम्बर: श्रीदुर्गा-महानवमी व्रत, त्रिशूलनी पूजा (मिथिलांचल), सरस्वती (देवी) के निमित्त बलिदान, एकवीरा पूजा

28 सितम्बर: विजयादशमी (दशहरा), शमी एवं अपराजिता-पूजा, नीलकण्ठ-दर्शन, आयुध (शस्त्र) पूजन, सीमोल्लंघन, खत्री दिवस, बौद्धावतार दशमी, जयन्ती धारण (मिथिलांचल), साईबाबा समाधि दिवस (शिरडी), सरस्वती (देवी) का विसर्जन, माधवाचार्य जयंती, श्रीमहाकाल की सवारी (उज्जैन), नवरात्र व्रत का पारण, सरदार भगत सिंह जयंती,Yom Kippur (Jewish)

29 सितम्बर: भरत-मिलाप, ईश्वरचन्द्र विद्यासागर जयंती

30 सितम्बर: पापांकुशा एकादशी व्रत, बैंकों की अर्धवार्षिक लेखाबंदी

Thursday, September 10, 2009

रोजाना कुछ समय का ध्यान , बीमारियाँ दूर

11 Reasons to Meditate Daily

Here’s a short list of the benefits that come from a daily meditation practice….

1. Your life becomes significantly more clearer and calm

The hustle and bustle of everyday life is choking our minds of the peace we deserve! Our technology advancements shouldn’t suffocate our minds, it should allow us to achieve more peace. Meditation helps put those events in perspective for our daily tasks.

2. Your blood pressure is lowered

Science has proven it, meditation lowers the blood pressure, which in return is related to your stress levels and stress management. Much better than taking pills to lower your blood pressure!

3. People around you enjoy your company

Regular meditation leads to higher/positive energy that you are consistently tapping into. This effectively makes you very pleasant to be around, and people like that! People naturally gravitate to the people that make them feel good.

4. Your connection with ONE is strengthened

Spiritual awareness is strengthened with a daily meditation practice. You naturally become more aware of your surroundings, and higher awareness always leads to a deeper connection with ONENESS. The trees begin showing personalities, and the landscape takes on different meanings … all through a deeper awareness.

5. You achieve several hours of sleep in one 20 minute meditation session

Another scientific fact is that meditation is known to put you into a deeper state of rest than deep sleep. Deep sleep is associated with a delta brainwave. Deep meditation can drop you into that delta brainwave rapidly, achieving the effects in a shorter amount of time.

6. Problems that seemed very difficult suddenly have clear solutions

For every problem a solution exists. When your mind is clear and your in a state of peace, solutions appear. Being in a state of peace just naturally attracts solutions and pathways into your field of view.

7. Your productivity sky rockets because of your ability to have clear focus

If solutions to problems appear more frequently when meditating daily, then imagine what happens to your everyday tasks. Solutions to everyday life become more and more obvious. And you begin to take note of these subtle changes as your spiritual vision grows clearer and wider.

8. Your life expectancy increases

Science has shown that regular meditation will increase your life expectancy. It’s pretty obvious to see … less stress and more peace promotes healthy cells and healthy cells regenerate healthier cells. And likewise, stressed cells regenerate more stressed cells. So live longer by choosing more peace in your life.

9. You effectively reduce stress in your life

Speaking of stress, meditation has a profound effect on reducing stress in your body. Because meditation promotes peace and inner calm, stress dissolves dramatically from this meditative process. Again, science has proven it.

10. You can visualize powerfully when combined with positive affirmations and meditation

Meditation is powerful at clearing the mind and focusing on simple things … like breathing … or a flower. But, it can be used for so much more! To powerfully manifest your desires, you must get into a clear connection with the source of manifesting (God/Universe/Ethers). If your spirits are on high while you visualize then the communication channel for manifesting positive events in your life is strengthened.

While meditating I like to repeat affirmations, otherwise known as mantras, to help focus my energy into the positive. These statements can be as simple as “love” or “I am love, I am joy, I am peace”.

11. You feel fantastic throughout your day!

Tuesday, September 8, 2009

ऋत मोहन (पानीपत ) को बधाई / नरिंदर छिब्बर

मोहयाल सभा पानीपत ने जी.एम् .एस सदस्य श्री ऋत मोहन को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा का राष्ट्रीय महामंत्री बनाये जाने पर बधाई दी है. मोहयाल सभा की थर्मल कालोनी में श्री नरिंदर छिब्बर के निवास स्थान पर आयोजित हुई मासिक बैठक में श्री ऋत मोहन का जोरदार स्वागत किया गया तथा इस संस्था के माध्यम से ब्राह्मण समाज को और अधिक उन्चायिओं पर ले जाने को कहा . उल्लेखनीय है कि श्री ऋत मोहन आज कल मोहयाल पब्लिक स्कूल नयी दिल्ली के चेयरमैन हैं तथा जिला कि अनेक धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों से जुडें हुए हैं. इस अवसर पर सर्वश्री कैलाश वैद, भूपिंदर दत्ता, ब्रिज मोहन छिब्बर,नवीन वैद , नरिंदर छिब्बर ,सुनीता मोहन ,अंजू छिब्बर ,पवन एवं सुमिल इत्यादि उपस्थित थे.